Indian Polity Notes on Indias relations with its neighbors

Indian Polity Notes on Indias relations with its neighbors : अपने पड़ोसियों के साथ भारत के संबंधों पर भारतीय राजनीति नोट्स, अपने पड़ोसियों के साथ भारत के संबंधों का एक विश्लेषण।

भारत क्षेत्रफल (3,287,590 किलोमीटर) के साथ दुनिया का सातवां सबसे बड़ा देश है और 1.5 अरब की आबादी के साथ इसका दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारत कितना विशाल और विशाल देश है। भारत की सीमा आठ देशों पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और श्रीलंका से लगती है।

Indian Polity Notes on Indias relations with its neighbors

free Ebooks for Govt exam

Free Ebooks for Govt examClick Here to download all books of competitive Exam

भारत एक शांतिप्रिय देश है और इसका उद्देश्य अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध विकसित करना है। भारत की विदेश नीति की शुरुआत से ही इसका लक्ष्य अपने पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंध बनाना रहा है। भारत के प्रधान मंत्री और मंत्रिमंडल हर 5 साल में बदलते रहते हैं लेकिन “पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंध” की विदेश नीति स्थिर रहती है।

भारत एक क्षेत्रीय शक्ति है जिसमें महाशक्ति बनने की क्षमता है। नाममात्र दर के हिसाब से यह दुनिया का आठवां सबसे बड़ा सैन्य व्यय, तीसरा सबसे बड़ा सशस्त्र बल और सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। उसके किसी भी पड़ोसी के साथ अच्छे या बुरे रिश्ते वैश्विक समीकरणों पर असर डाल सकते हैं।

आइए भारत के अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों का अध्ययन करें।

पाकिस्तान [Pakistan]

आजादी के बाद पाकिस्तान भारत का हिस्सा हुआ करता था. 1906 में भारतीय मुस्लिम अलगाववाद के एक मंच के रूप में मुस्लिम लीग की स्थापना की गई थी। यह मुस्लिम लीग ही थी जिसने भारत के मुसलमानों के लिए एक अलग राष्ट्र के विचार का समर्थन किया था।

अगर हम दोनों देशों के बीच संबंधों की बात करें तो हमें यह स्वीकार करना होगा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंध हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद का एक मुख्य कारण कश्मीर है। कई भारतीय प्रधानमंत्रियों के प्रयासों के बावजूद कश्मीर संघर्ष ने दोनों देशों को मैत्रीपूर्ण संबंध साझा नहीं करने दिया।

फरवरी 2019 तक भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापारिक संबंध अच्छी स्थिति में थे। भारत ने पाकिस्तान को ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा दिया है। लेकिन अगर फरवरी में पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा वापस ले लिया है और पाकिस्तान से होने वाले व्यापार पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया है l हालांकि अभी भी भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार जारी है l

जैसा कि हमने ऊपर बताया कि आजादी से पहले पाकिस्तान भारत का हिस्सा हुआ करता था, इसलिए दोनों देशों की संस्कृति में समानता है। उर्दू पाकिस्तान की भाषा है लेकिन कई भारतीय भी इस भाषा में बात करते हैं। भारतीय फिल्में पाकिस्तानियों को पसंद हैं और भारतीयों को भी पाकिस्तानी कलाकार पसंद हैं। हालांकि फिलहाल दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक व्यापार बंद है।

नेपाल [Nepal]

भारत और नेपाल अच्छे पड़ोसी रहे हैं। हिंदू बहुसंख्यक दोनों देशों के बीच एक जातीय जनसांख्यिकीय संबंध मौजूद है। भारत और नेपाल के नागरिक सीमा पार शादियाँ करते हैं। भारत और नेपाल के बीच सदियों पुराना रिश्ता है जिसका वर्णन हिंदू पौराणिक कथाओं में किया गया है। और वर्तमान समय में लगातार उच्च स्तरीय बैठकें इस बंधन को और मजबूत बनाती हैं।

नेपाल अब एक लोकतांत्रिक देश है. नेपाल के विकास में भारत ने अहम भूमिका निभाई है, खासकर 2015 में नेपाल में आए भीषण भूकंप के बाद भारत ने नेपाल के पुनर्विकास कार्यों में काफी मदद की. नेपाल की प्रमुख परियोजनाएं जैसे बी.पी. कोइराला स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान भारतीय सहायता के तहत पूरा हुआ। कुल मिलाकर नेपाल के साथ भारत के संबंध मैत्रीपूर्ण और समन्वयात्मक हैं।

Indian Polity Notes on India’s relations with its neighbors

चीन [China]

भारत और चीन दोनों देश ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत चीन और दक्षिण अफ्रीका) का हिस्सा हैं। ब्रिक्स देश दुनिया की 40 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं और नाममात्र सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के रूप में उनकी हिस्सेदारी लगभग सोलह ट्रिलियन डॉलर है। चीन दुनिया में विनिर्माण केंद्र है और उसके भारत के साथ व्यापारिक संबंधों का प्रभाव दोनों देशों की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है।

आज़ादी के बाद भारत को चीन को अपना समर्थक राष्ट्र मानने की जल्दी थी इसलिए उसने संयुक्त राष्ट्र में प्रवेश के लिए चीन का समर्थन किया। 1962 में भारत और चीन के बीच तिब्बत को लेकर सीमा संघर्ष हुआ। चीन के साथ 1962 का युद्ध भारत के लिए एक राजनीतिक झटका था। लेकिन बाद में दोनों देशों के बीच चीजें सुधरने लगेंगी l फिर भी देशों के बीच कुछ सीमा विवाद मौजूद हैं और इन विवादों को दूर करने के लिए कई बातचीत होती रहती हैं।

चीन पाकिस्तान के करीब हो रहा है और इसका असर पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ भारत के अभियान पर पड़ रहा है। लेकिन फिर भी भारत चीन को ख़तरे या दोस्त के तौर पर देखने का फ़ैसला नहीं कर सका. भारत चीन से कई चीजें आयात करता है और इससे चीन की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलता है। इसलिए व्यापार के लिहाज से दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध हैं।

बांग्लादेश [Bangladesh]

1971 में पाकिस्तान का विखंडन हुआ और पूर्वी पाकिस्तान पश्चिमी पाकिस्तान के साथ विखंडित हो गया और बांग्लादेश का निर्माण हुआ। भारत ने उस समय पूर्वी पाकिस्तान के उबले हुए संघर्ष का समर्थन किया था। भारत के बांग्लादेश के साथ कुछ मजबूत भौगोलिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आर्थिक संबंध हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच ‘हर मौसम के मित्र’ का रिश्ता है। पूर्वोत्तर छोर पर भारत की रक्षा के लिए बांग्लादेश की रणनीतिक स्थिति महत्वपूर्ण है।

बांग्लादेश के गठन के 4 साल बाद देश का रुझान इस्लाम की ओर बढ़ने लगा है और यह भारत के लिए चिंता का विषय बन गया है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यह हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों का समर्थन करता है, बांग्लादेश की आंतरिक स्थिरता भारत के लिए भी महत्वपूर्ण है।

भारत और बांग्लादेश के बीच भी कुछ विवाद हैं। इनमें से एक है दोनों देशों के बीच सीमा विवाद. भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा को 1947 में अंतिम रूप दिया गया और बांग्लादेश के गठन के बाद, भारत 4351 किमी लंबी सीमाएँ साझा करता है।

भारत-बांग्लादेश सीमा 5 राज्यों से होकर गुजरती है और इस सीमा रेखा का इस्तेमाल अक्सर तस्करी के लिए किया जाता है। 54 सीमा पार नदियों का जल विवाद भारत और बांग्लादेश के बीच संघर्ष का एक और कारण है। अवैध आप्रवासन मुद्दा भारत के लिए एक और समस्याग्रस्त मुद्दा है। उपर्युक्त सभी मुद्दों की मौजूदगी के बावजूद, भारत और बांग्लादेश के बीच अच्छे आर्थिक संबंध हैं।

श्रीलंका [Sri Lanka]

पंडित जी के समय में भारत और श्रीलंका के बीच ऐतिहासिक एवं मधुर संबंध थे। नेहरू प्रधानमंत्री बने. लेकिन नस्लीय अशांति ने दोनों देशों के रिश्तों पर असर डाला. राजीव-जयवर्धन समझौते के तहत, भारतीय शांति सेनाएँ श्रीलंका में शांति स्थापना अभियान चलाने के लिए श्रीलंका में उतरीं।

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर आलोचना के कारण इस ऑपरेशन को रद्द करना पड़ा और बल को वापस बुला लिया गया। यह ऑपरेशन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या का कारण बना। इसके बाद भारत ने श्रीलंका के जातीय संघर्षों में हस्तक्षेप बंद कर दिया। लिट्टे के अंत और लिट्टे नेता प्रभाकरण की मृत्यु के बाद भारत और श्रीलंका के बीच व्यापार बढ़ने लगा। फिलहाल भारत श्रीलंका में चीन के दखल पर नजर रख रहा है।

निष्कर्ष [Conclusion]

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने एक बार कहा था कि आप अपने दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं। इसलिए उसे सभी पड़ोसियों के साथ मधुर संबंध रखने होंगे। भारत एक शांतिप्रिय देश के रूप में जाना जाता है, इसके कुछ मित्रवत पड़ोसियों के साथ-साथ कुछ कठिन पड़ोसी भी हैं। पाकिस्तान के साथ अच्छे रिश्ते रखना देश के लिए अब तक एक चुनौती रहा है।

वर्तमान परिस्थितियों ने भारत को पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों के खिलाफ कुछ कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया। भारत सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम का दुनिया के अन्य ताकतवर देशों ने भी समर्थन किया. दक्षिण एशिया में शांति बनाए रखने के लिए भारत को अपने दोनों पड़ोसियों से बहुत सावधानी से निपटना होगा। ये दो पड़ोसी हैं पाकिस्तान और चीन.

भारत के अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को समाप्त करने के लिए हम कह सकते हैं कि भारत के अपने किसी भी पड़ोसी देश के साथ बहुत मधुर संबंध नहीं हैं, लेकिन सार्थक बातचीत से भारत और उसके पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में सुधार हो सकता है।

Indian Polity Notes on India’s relations with its neighbors

अपने पड़ोसियों के साथ भारत के संबंधों पर भारतीय राजनीति नोट्स

Indian Polity Notes on Indias relations india and its neighbourhood relations
Indian Polity Notes on Indias relations india and its neighbourhood relations

सन्दर्भ :-

हाल ही में भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रींगला तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल द्वारा भारत के पडोसी देशो में दौरे किये गए।

परिचय

  • भारत दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा तथा महत्वपूर्ण देश है। इसकी स्थल सीमाए अफगानिस्तान ,पाकिस्तान ,नेपाल ,चीन ,भूटान ,म्यांमार ,बांग्लादेश तथा समुद्री सीमा मालदीव से मिलती है। किसी भी राष्ट्र के लिए अपनी कूटनीतिक क्षमता को बढ़ाने के लिए पड़ोस को सुव्यवस्थित करना अनिवार्य है।
  • शीत युद्ध के उपरांत भारत ने अपनी पडोसनीति में गुणात्मक परिवर्तन किया । तत्कालीन विदेश मंत्री इंद्र कुमार गुजराल ने पड़ोसी देशों के मधुर संबंधों पर विशेष ध्यान दिया। इसी को ‘गुजराल सिद्धांत’ का नाम दिया जाता है, क्योंकि 1996 में गुजराल विदेश मंत्री थे तथा उन्होंने पडोसी के साथ संबंध बनाने में पारस्परिकता की मान्यता को परिवर्तित किया और पड़ोसी देशों को एकतरफा छूट देने की रणनीति अपनाई। यह नीति छोटे तथा मित्र राष्ट्रों के लिए थी। पाकिस्तान तथा चीन को इसमें छूट नहीं दी गई।

भारत की पडोसी देशो के साथ नीतिया

  • भारत द्वारा पडोसी देशो में लोकतान्त्रिक शक्तियों की नैतिक सहायता की गई। इसके साथ ही भारत ने समय समय पर वहां हो रहे मानवाधिकारों के हनन के विरुद्ध भी भारत ने कदम उठाये हैं यथा बांग्लादेश में मुक्तिवाहिनी का समर्थन , श्रीलंका में शांति सेना भेजना तथा अफगानिस्तान में लोकतंत्र की बहाली के प्रयास करना। ।
  • दक्षिण एशिया में भारत का महत्त्व निर्विवाद है तथा भारत में वह क्षमता है, जिसके द्वारा वह पड़ोसी देशों के आर्थिक विकास में सहायक हो सकता है। भारत इन देशो की आर्थिक सहायता में भी संलग्न होता है। भारत द्वारा गंगा-मेकांग परियोजना ,बीबीआईएन परियोजना ,भूटान में हाइड्रोपावर का विकास इत्यादि कार्य किये गए हैं। अगानिस्तान में भारत ने संसद निर्माण में योगदान दिया है।
  • भारत ने आपदा के समय अपने पड़ोसियों का साथ दिया है। नेपाल का भूकंप राहत कार्यक्रम , डोकलाम मुद्दे पर भूटान का सहयोग अथवा मालदीव की सहायता ,भारत ने अपने कर्तव्य का निर्वाह किया है।
  • भारत द्वारा अपने पड़ोसियों के साथ सीमा विवादों को बेहतर ढंग से हल किया गया है। जैसे बांग्लादेश के साथ स्थलीय तथा जलीय सीमा विवाद।
  • भारत का पाकिस्तान तथा चीन से सम्बन्ध उतने बेहतर नहीं हैं। लगातार वार्ताओं के उपरांत भी पाकिस्तान क्षद्म युद्ध के रूप में आतंकवाद को प्रेरित कर रहा है। भारत में हुए पुलवामा ,पठानकोट जैसे आतंकी हमले की लिंक पाकिस्तान में पाई गई। भारत आतंकवाद पर शून्य सहिष्णुता की नीति का पालन करता है ऐसे में पाकिस्तान के साथ सम्बन्ध भी अनिश्चितता की ओर बढ़ रहे हैं।
  • वहीँ चीन द्वारा लगातार भारत की क्षेत्रीय अखंडता को विघटित करने का प्रयास किया जा रहा है। अभी हाल ही में भारत तथा चीन की सेनाए सीमा पर एक दुसरे के सम्मुख थीं।
  • पाकिस्तान तथा चीन के रुख को देखकर भारत को अपने पड़ोस के प्रति नीतियों को और सुदृढ़ करना होगा।

गुजराल सिद्धांत

  • गुजराल सिद्धांत में पड़ोसी देशों के साथ संबंध बेहतर करने पर बल दिया गया
  • एक-दूसरे की संप्रभुता के सम्मान का आश्वासन दिया गया।
  • किसी भी देश को एक दूसरे के आन्तरिक मामलों में दखल नही देना चाहिए।
  • यह निर्णय किया गया कि एक राज्य, दूसरे राज्य के विरुद्ध कार्य नहीं करेंगे।
  • दक्षिण एशिया का कोई भी देश अपने भू-भाग का इस्तेमाल किसी दूसरे देश के विरुद्ध नहीं होने देगा।

भारत के सम्मुख चुनौतियां

क्षेत्र में चीन के की बढ़त :-

चीन अब इस क्षेत्र में प्रभावी हो रहा है। चीन द्वारा म्यांमार , नेपाल ,बांग्लादेश जैसे देशो के साथ रणनीतिक सम्बन्ध स्थापित किये गए हैं। ये सभी देश भारत के लिए रणनीतिक महत्व रखते हैं। हाल ही में चीन के प्रभाव से नेपाल द्वारा एक विवादित राजनैतिक मानचित्र जारी किया गया है जिसमे नेपाल ने भारतीय क्षेत्र को अपने क्षेत्र में दिखाया है।

बिग ब्रदर सिंड्रोम :-

भारत आकार ,जनसँख्या इत्यादि में अन्य देशो से बहुत बड़ा है। इस स्थिति में भारत के पडोसी सदैव भारत के प्रति शंकित दृष्टिकोण रखते हैं तथा क्षेत्र में भारत के प्रतिद्वंदी की तलाश करते हैं।

भारत की नीतिगत विषमता :-

भारत द्वारा कई परियोजनाओं पर हस्ताक्षर करने के उपरांत उन्हें तय समय पर पूर्ण न किये जाने से भी श्रीलंका ,बांग्लादेश जैसे देश चीन की तरफ आकर्षित होते हैं।

भारत की आंतरिक समस्याएं

भारत अभी भी विकासशील देश है। देश की 21 % से अधिक जनसँख्या गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करती है। कुपोषण तथा बीमारियों से ग्रस्त जनसँख्या के निवारण के लिए भारत अधिक धन व्यय करता है। अतः अन्य देशो में परियोजनाओं को पूर्ण करने की भारत की क्षमता में कमी आती है।

क्या होना चाहिए?

  • पड़ोस के साथ विदेश नीति का आधार अत्यंत मजबूत होना चाहिए क्योंकि आप अपने पडोसी परिवर्तित नहीं कर सकते। भारत द्वारा इस क्रम में अनेको प्रयास किये गए हैं।
  • वर्तमान में जहाँ भूटान के साथ भारत के मतभेद अनुपस्थित हैं वहीँ चीन तथा पाकिस्तान के सम्बन्धो में टकराव अधिक है। शेष अन्य देशो के साथ सम्बन्ध संतुलन की अवस्था में हैं।
  • अतः भारत को चीन के साथ सीमा विवाद सुलझा कर क्षेत्रीय विकास पर ध्यान देना चाहिए। भारत तथा चीन दोनों के प्रतिनिधि ब्रिक्स , एससीओ के मंचो तथा द्विपक्षीय वार्ता के द्वारा इस तनाव को काम करने का प्रयास कर रहे हैं।
  • भारत आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन कर रहा है। भारत द्वारा विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचो तथा क्षेत्रीय मंच से पाकिस्तान पर आतंकवाद को समाप्त करने का दबाव बनाना चाहिए।

Tags: Indian Polity Notes on Indias relations india and its neighbourhood relations upsc vision ias pdf india’s relations with neighbouring countries pdf india’s relations with neighbouring countries essay india and its neighbours notes india’s relationship with other countries notes india and its neighbourhood relations upsc notes india’s relationship with its neighbouring countries Indian Polity Notes on India’s relations with its neighbors india’s relations with its neighbours भारत के विदेश संबंध प्रश्न उत्तर भारत के विदेश संबंध कक्षा 12 नोट्स भारत के पड़ोसी देशों से संबंध PDF भारत के पड़ोसी देशों से संबंध PDF 2023 भारत के पड़ोसी राज्यों के नाम भारत और पड़ोसी देश Drishti IAS भारत के 7 पड़ोसी देश भारत और पड़ोसी देश पर निबंध

🎯सभी राज्य भर्ती: यहाँ क्लिक करें🎯5वीं पास All India बंपर भर्ती- यहाँ क्लिक करें
🎯आंगनवाड़ी भर्ती लिस्ट: यहाँ क्लिक करें🎯8वीं पास All India बंपर भर्ती- यहाँ क्लिक करें
🎯शिक्षक भर्ती लिस्ट: यहाँ क्लिक करें🎯10वी पास All India बंपर भर्ती- यहाँ क्लिक करें
🎯Bank Job list: यहाँ क्लिक करें🎯12वी पास All India बंपर भर्ती- यहाँ क्लिक करें
🎯रेलवे भर्ती लिस्ट: यहाँ क्लिक करें🎯ITI पास All India बंपर भर्ती यहाँ क्लिक करें
🎯SSC भर्ती लिस्ट: यहाँ क्लिक करें🎯Diploma पास All India भर्ती- यहाँ क्लिक करें
🎯भूतपूर्व सैनिक भर्ती: यहाँ क्लिक करें🎯Graduate पास All India भर्ती- यहाँ क्लिक करें
🎯पुलिस & सेना भर्ती: यहाँ क्लिक करें🎯B.E/B.Tech पास All India भर्ती- यहाँ क्लिक करें
🎯Join Indian Army: यहाँ क्लिक करें🎯PG पास All India बंपर भर्ती- यहाँ क्लिक करें
🎯Join Indian Navy: यहाँ क्लिक करें🎯Walkininterview भर्ती: यहाँ क्लिक करें
🎯UPSC भर्ती लिस्ट: यहाँ क्लिक करें🎯Handicapped Jobs: यहाँ क्लिक करें
🎯लोक सेवा आयोग भर्ती: यहाँ क्लिक करें 🎯बिजली विभाग भर्ती: यहाँ क्लिक करें
🎯महिला सरकारी जॉब: यहाँ क्लिक करें🎯High Court/ Supreme Court Jobs: यहाँ क्लिक करें
📥Telegram: टेलीग्राम जॉब अपड़ेस🎯College/University Govt jobs: यहाँ क्लिक करें
📥Fb Page: जॉइन Facebook ग्रुप🎯Jobs By Interview भर्ती: यहाँ क्लिक करें